1981 में मशहूर गायक किशोर कुमार के जीवन में एक ऐसी घटना घटी जिसने उन्हें गहराई तक झकझोर दिया। यह घटना उनके बेटे अमित कुमार की शादी से ठीक दस दिन पहले हुई थी। किशोर दा ने बड़े अरमानों से अपने बेटे का रिश्ता कलकत्ता के एक प्रतिष्ठित परिवार में तय किया था। वे चाहते थे कि शादी पूरे धूमधाम और शानो-शौकत के साथ हो। शादी की तारीख 24 जनवरी 1981 तय की गई थी। निमंत्रण पत्र छप चुके थे, फिल्म इंडस्ट्री के लगभग सभी बड़े सितारों को आमंत्रण भेजा जा चुका था।
शादी की तैयारियां जोरों पर थीं, तभी एक चौंकाने वाला सच सामने आया। किशोर दा को पता चला कि जिस लड़की से उन्होंने अमित की शादी तय की थी, वह पहले से ही शादीशुदा थी। यह खबर सुनते ही किशोर दा का दिल टूट गया। वे बेहद आहत हुए लेकिन उन्होंने यह ठान लिया कि बेटे की शादी तय तारीख पर ही कराएंगे। शादी रोकने का सवाल ही नहीं था।
इस घटना के बाद किशोर दा तुरंत कलकत्ता पहुंचे ताकि अमित के लिए दूसरी दुल्हन खोजी जा सके। हालांकि अमित कुमार इस फैसले के खिलाफ थे, लेकिन पिता के आग्रह के आगे उन्होंने कुछ नहीं कहा। किशोर दा का बस एक ही सपना था कि बेटे की शादी समय पर हो और मान-सम्मान पर कोई आंच न आए।
लेकिन किस्मत ने कुछ और ही लिखा था। जैसे ही किशोर दा की फ्लाइट कलकत्ता में उतरी, उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों की कड़ी मेहनत के बाद उनकी जान बचाई जा सकी। यह उनका पहला हार्ट अटैक था, जिसने उनकी सेहत को हमेशा के लिए प्रभावित कर दिया।
अमित कुमार ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि उस घटना ने उनके पिता को भीतर तक हिला दिया था। शादी की सारी खुशी पलभर में दुख में बदल गई थी। हालांकि किशोर दा बच गए थे, लेकिन उनका स्वास्थ्य फिर कभी पहले जैसा नहीं रहा। यह घटना उनके जीवन की सबसे बड़ी भावनात्मक चोटों में से एक बन गई।
इस दर्दनाक हादसे ने साबित किया कि कभी-कभी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशियां भी अचानक गहरे दुख में बदल सकती हैं। किशोर दा ने उस दिन अपने बेटे के लिए जो सहा, वह उनके अपार प्रेम और जिम्मेदारी का प्रमाण था।
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